यहोवा ने मुसा से यह प्रश्न पूछा था। परमेश्वर का जन इस्राएल जब फिरौन के दासत्व में थे तब यहोवा ने उनके दुःख को देखा, और उनकी जो चिल्लाहट सुना और उनकी पीड़ा पर चित्त लगाया। परमेश्वर ने मुसा के द्वारा फिरौन के हाथ से उनको छुड़ाया। परमेश्वर उनको मिस्र से छुडाने के पहले दस विपत्तियों को मिश्रियों के बीच में भेजा। उस समय इस्राएलियों को परमेश्वर ने किस प्रकार सुरक्षा की, यह बात मूसा ने अपनी आंखों से देखी । जब इस्राएल के लोग मिस्र की गुलामी से स्वतन्त्र हो गए और वहाँ से चले गए, तब फिरौन का मन कठोर हो गया, और वह उनका पीछा करने लगा। इस्राएली फिरौन की सेना को देख कर डर गए। परमेश्वर का भक्त मुसा ने लोगों से कहा, “डरो मत, खड़े खड़े वह उद्धार का काम देखो, जो यहोवा आज तुम्हारे लिए करेगा। क्योकि जिन मिस्रियों को तुम आज देखते हो उनको फिर कभी न देखोगे। यहोवा आप ही तुम्हारे लिए लड़ेगा, इसलिए तुम चुपचाप रहो” (निर्गमन 14:13-14)। मूसा ने निडर होकर विश्वास के साथ बातें की थी। परमेश्वर ने अपनी योजना को पूरी करने के लिए फिरौन के मन को कठोर किया था। यहोवा ने मूसा से कहा, “मैं फिरौन के मन को कठोर कर दूंगा और वह उनका पीछा करेगा तब फिरौन और उसकी सेना के द्वारा मेरी महिमा होगी। और मिस्री जान लेंगे कि मैं यहोवा हूं” (निर्गमन 14:4)। परमेश्वर ने इस्राएलियों को फिरौन और उसकी सेना के हाथों से किस प्रकार बचाया, यह बात मूसा और इस्राएलियों ने अपनी आँखों से देखी थी। उन्होंने यहोवा के लिए यह गीत गाया।
“तू तो पवित्रता के कारण महाप्रतापी और अपनी स्तुति करनेवालों के भय के योग्य और आश्चर्यकर्म का कर्ता है।” वहां से वे लोग शूर नाम जंगल में आए और वहां पानी के सोता न मिलने के कारण बकबक करने लगे। वहां परमेश्वर ने कड़वा पानी को मीठा करके दे दिया। इस प्रकार कई आश्चर्य कर्मों को मूसा ने अपनी आंखों से देखा। जब लोगों ने मूसा से मांस मांगा तब यहोवा ने वायदा किया कि तुम्हें मांस खाने को मिलेगा। परंतु मूसा विश्वास में कमजोर हो गया और इस प्रकार कहने लगा “क्या वे सब भेड़ – बकरी, गाय – बैल उनके लिए मारे जाए कि उनको मांस मिले? या क्या समुद्र की सब मछलीयां उनके लिए इकट्ठी की जाए कि उनको मांस मिले।”
प्रिय बहनों, क्या हम भी कभी- कभी हमारे प्रभु पर अविश्वास नहीं करते? कई बार हम भी परमेश्वर की भलाईयों को भूल जाते हैं; और हम अविश्वास के कारण निराशा में डूब जाते हैं। यहोवा ने मूसा से कहा, “क्या यहोवा का हाथ छोटा हो गया है?” सच में यहोवा का हाथ कभी भी छोटा नहीं हो जाता है।